मुंबई (टीवी न्यूज़ इंडिया) । बॉलीवुड की तीन प्रमुख अभिनेत्रियाँ दिव्या भारती, रवीना टंडन, और आयशा जुल्का का एक पुराना वीडियो सामने आया है, जिसमें वे 1980 के दशक के अंत और 90 के दशक की शुरुआत में स्किन शो की अवधारणा पर चर्चा करती नजर आ रही हैं। दिव्या भारती ने अपनी पहली फिल्म विश्वात्मा के दौरान बताया था कि उस समय उन्हें अपने रोल को प्रभावी बनाने के लिए खुद को एक्सपोज़ करने की जरूरत नहीं पड़ी। उन्होंने कहा, मेरे लिए उस फिल्म में जो भूमिका थी, वह बहुत ही अच्छी थी और मुझे खुद को एक्सपोज़ नहीं करना पड़ा। भविष्य में इसके लिए कोई जरूरत नहीं पड़ेगी। दिव्या की यह बात उस समय के बॉलीवुड के दृष्टिकोण को दर्शाती है, जब अभिनेत्रियाँ फिल्म की कहानी और किरदार के आधार पर अपनी भूमिकाओं को चुनती थीं। रवीना टंडन ने भी इस विषय पर खुलकर अपनी राय रखी और कहा, नहीं, शायद मैं समझौता नहीं करूंगी। रवीना का यह जवाब इस बात को दर्शाता है कि वह अपनी भूमिकाओं को लेकर स्पष्ट थीं और कभी भी अपने किरदार के नाम पर खुद को एक्सपोज़ करने के पक्ष में नहीं थीं। आयशा जुल्का ने भी इस पर अपनी विचार साझा की और कहा, जहां तक एक्सपोज़ करने की बात है, तो मैं ऐसा नहीं करूंगी। मुझे नहीं लगता कि खुद को एक्सपोज़ करके किसी भूमिका को बेहतर बनाया जा सकता है। अगर भूमिका अच्छी है, तो वह अच्छी है। आयशा ने यह भी कहा कि यदि भूमिका में कोई समझौता करना होता है, तो वह उस भूमिका को बेहतर तरीके से निभाने के लिए हो सकता है, न कि खुद को एक्सपोज़ करने के लिए। इन तीनों अभिनेत्रियों का यह वीडियो उस समय के बॉलीवुड के नैतिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण को दिखाता है, जब स्किन शो और एक्सपोज़ को लेकर विभिन्न विचार थे। हालांकि, समय के साथ फिल्म उद्योग में बदलाव आया और ग्लोबल संस्कृतियों और कॉर्पोरेट संस्कृति के प्रभाव ने स्किन शो को एक सामान्य बात बना दिया। हाल के वर्षों में, बॉलीवुड में बोल्डनेस और नग्नता के बारे में सोच में बदलाव आया है।